हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , हौज़ा-ए-इल्मिया ख़ुरासान के 300 मुबल्लेग़ीन और 20 ख़िदमतगार ग्रुपों को अरबईन 1447 के तबलीग़ी मिशन पर रवाना करने के लिए गुलबहार के इदारगाह-ए-हज़रत जवादुल आइम्मा अ.स. में एक प्रतिष्ठित समारोह आयोजित किया गया जहाँ उन्हें परचम-ए-गुंबद-ए-अबा अब्दिल्लाहिल हुसैन (अ) के साये में रुख़्सत किया गया।
300 मुबल्लेग़ीन और 20 सेवा समूह अरबर्ईन के दिनों में हुसैनी ज़ायरीन की सेवा और धार्मिक ज्ञान के प्रचार की ज़िम्मेदारी संभालने के लिए इमाम हुसैन (अ) के गुंबद के परचम के साये में कार्यक्षेत्र की ओर रवाना हुए।
यह समारोह मुबल्लेग़ीन के एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन पर आयोजित किया गया, जिसमें प्रतिभागियों ने अरबर्ईन की वर्तमान परिस्थितियों और प्रचार संबंधी ज़िम्मेदारियों की गहरी समझ हासिल की।
इस दौरान मीडिया वर्कशॉप, धार्मिक शंकाओं के समाधान, प्रचार संबंधी चर्चाएं और विद्वतापूर्ण वार्तालापभी हुए, जिनका उद्देश्य मुबल्लेग़ीन को बौद्धिक और व्यावहारिक रूप से अरबईन के महान प्रचार मिशन के लिए तैयार करना था।
आपकी टिप्पणी